थर्ड ट्राइमेस्टर में न करें सेक्स (Why Avoid Sex In The 3rd Trimester?)
डॉक्टर ने आगे बताते हुए कहा कि ‘तीसरी तिमाही (थर्ड ट्राइमेस्टर) यानी कि सातवें महीने के बाद भी बच्चेदानी पर दबाव पड़ने की वजह से संबंध बनाने से बचना बेहतर होता है। इसलिए प्रेगनेंसी की पहली और अंतिम ट्राइमेस्टर में संबंध बनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।’ आप डॉक्टर की बताई इन बातों का विशेष ध्यान रखें।
प्रेग्नेंसी में रिस्क कब होता है? (When Is There A Risk During Pregnancy?)
डॉक्टर ने कुछ अन्य बातें भी बताई, जिनका एक गर्भवती महिला और उनके पति को ध्यान रखना चाहिए। जैसे किसी भी असहजता, रक्तस्राव (ब्लीडिंग) या दर्द की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बहुत थकावट महसूस होने पर या अगर पहले से हाई रिस्क प्रेगनेंसी हो, तो शारीरिक संबंध से बचना चाहिए।
पति-पत्नी रखें इन बातों का ध्यान (Couple Should Take Care Of These Thing During Pregnancy)
डॉक्टर ने बताया कि ‘किसी प्रकार का संक्रमण (इन्फेक्शन) न फैले, इसके लिए पार्टनर की हाइजीन का खास ध्यान रखें। साथ ही भावनात्मक जुड़ाव भी जरूरी है, इसलिए जब भी संबंध बनाएं, आपसी सहमति और आराम की भावना होनी चाहिए। अगर पार्टनर को यौन संक्रमण (STI) की आशंका हो, तो संबंध बनाने से पहले प्रोटेक्शन का इस्तेमाल जरूरी है।
प्रेग्नेंसी में सेक्स करने पर महिला की सेहत को हो सकते हैं 3 नुकसान (3 Disadvantages Of Sex During Pregnancy)
- गर्भपात (मिसकैरेज) का खतरा: अगर गर्भाशय में पहले से कोई कमजोरी है, या पहले मिसकैरेज हो चुका है, तो शारीरिक संबंध से गर्भपात की आशंका बढ़ जाती है। 2. संक्रमण का रिस्क: अगर पार्टनर को कोई यौन संक्रमण (STI) है, तो वह मां और बच्चे दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। यह नवजात शिशु में इन्फेक्शन, बुखार या अन्य जटिलताएं पैदा कर सकता है। 3. समय से पहले प्रसव (प्रीमैच्योर डिलीवरी): गर्भ के अंतिम महीनों में ज्यादा दबाव या बार-बार संबंध बनाने से समय से पहले प्रीमैच्योर डिलीवरी हो सकती है।
माता-पिता बनने वाले कपल को डॉक्टर ने दी सलाह (Doctor Advice For Parents To Be Couple)
प्रेगनेंसी एक संवेदनशील समय है। हर महिला का शरीर अलग होता है, इसलिए हर स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। हम चाहते हैं कि हर मां और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें- यही हमारा मकसद है।